व्‍यक्तिगत (वैयाक्तिक ) विभिन्‍नताऍ क्‍या है अर्थ , परिभाषा , प्रकार एवं कारण

व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता क्‍या होती है उसकी परिभाषा, व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता के प्रकार , कारण ,व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता के अध्‍ययन की विधियॉ और महत्‍व

 दोस्‍तो आज के इस पोस्‍ट में हम जानने वाले है कि, व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता क्‍या होती है उसकी परिभाषा, व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता के प्रकार , व्‍यक्तिगत विभिन्‍नताओ का कारण साथ ही व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता के अध्‍ययन की विधियॉ और महत्‍व को विस्‍तार से जानने वाले है । आशा करता हॅू । कि आप इस पोस्‍ट को अंत तक जरूर पढ़ेगे । जिससे परीक्षा में आने वाले सभी प्रश्‍नों के उत्तर आप दे सके

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    व्‍यक्तिगत (वैयाक्तिक ) विभिन्‍नताऍ  क्‍या है अर्थ , परिभाषा , प्रकार एवं कारण
    व्‍यक्तिगत (वैयाक्तिक ) विभिन्‍नताऍ  क्‍या है अर्थ , परिभाषा , प्रकार एवं कारण   


    व्‍यक्तिगत विभिन्‍नता क्‍या है  ?

    प्रकृति का नियम है कि सम्‍पूर्ण संसार में कोई भी दो व्‍यक्ति पूर्णतय: एक जैसे नही हो सकते उनमें कुछ न कुछ भिन्‍नता जरूर देने को मिलती है । यहां तक की जुडवां बच्‍चे शक्‍ल सूरत से तो एक जैसे लग सकते है लेकिन उनके स्‍वभाव , बुद्धि , शारीरिक , मानसिक तथा सावेगिंक विकास में पर्याप्‍त अंतर होता है । इसी अंतर को व्‍यक्तिगत भिन्‍नता कहते है । 

     

    व्‍यक्तिगत विभिन्‍न की परिभाषाऍ - 

    हायलर के अनुसार - शारीर के रंग , रूप , आकार , कार्य गति , बुद्धि , ज्ञान , रूचि , अभिरूचि , आदि लक्षणों में पायी जाने वाली भिन्‍नता को व्‍यक्तिगत भिन्‍नता कहते है । 


    जेम्‍स ड्रेवर - कोइ्र व्‍यक्ति अपने समूह के शारीरिक तथा मानसिक गुुणों के औसत से जितनी भिन्‍नता रखता है । उसे व्‍यक्तिगत भिन्‍नता कहते है । 


    व्‍यक्तिगत विभिन्‍नताओं के प्रकार - 

    1. बुद्धि स्‍तरपर आधारित भिन्‍नता / विभिन्‍नता 
    2. शारीरिक विकास में भिन्‍नता 
    3. उपलब्धि में विभिन्‍नता 
    4. व्‍यक्तित्‍व में विभिन्‍नता 
    5. लिंग विभिन्‍नता के कारण विभिन्‍नता 
    6. सामाजिक विभिन्‍नता 
    7. विशिष्‍ट योग्‍यताओ में विभिन्‍नता 
    8. राष्‍ट्र या जाति संबंधी विभिन्‍नता 
    9. अभिवृत्ति या प्रवृत्ति में विभिन्‍नता 
    10. गत्‍यात्‍मक योग्‍यताओ में विभिन्‍नता 


    व्‍यक्तिगत विभिन्‍नताओ का कारण - 


    1. वंशानुक्रम 
    2. वातावरण 
    3. जाति, प्रजाति या देश 
    4. आयु 
    5. बुद्धि 
    6. परिपक्‍वता 
    7. लिंग-भेद आदि । 

    व्‍यक्तिगत भिन्‍नता के अध्‍ययन की विधियॉं - 


    1. बुद्धि परीक्षण 
    2. उपलब्धि परीक्षण 
    3. अभिक्षमता परीक्षण 
    4. अभिरूचि परीक्षण 
    5. व्‍यक्तित्‍व परीक्षण 

    व्‍यक्तिगत विभिननताओ का शिक्षण कार्य में उपयोग या महत्‍व - 


    1. कक्षा का वर्गीकरण करने मे 
    2. व्‍यक्तिगत शिक्षण प्रदान करने में 
    3. शिक्षण विधि में सुधार करने हेतु 
    4. लिंग भेद के अनुसार शिक्षा प्रदान करने में 
    5. शारीरिक दोषों की ओर ध्‍यान देते हुये शिक्षा प्रदान करना 
    6. ग्रुप विभिन्‍नता के आधार पर पाठ्यक्रम का निर्धारण   


    हम ने सीखा - हम ने जाना वैयक्तिगत भिन्‍नता क्‍या होती है । उसकी परिभाषा , प्रकार , कारण ,अध्‍ययन की विधियॉं एवं उपयोग या महत्‍व आदि के बारे में जाना आशा करता हॅू आपको यह पोस्‍ट अच्‍छी लगी होगी । 

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